छत्तीसगढ़

बालको से राजस्व मंत्री की सांठगांठ का खामियाजा भुगत रही आम जनता ! वीडियो में देखिए कैसी है लोगो की जिंदगी…

कोरबा- बालको के खिलाफ कई बार चेतावनी और आंदोलन की भभकी के बीच राजस्व मंत्री का ठंडा रुख उनके सांठगांठ की कहानी को बयां करने के लिए काफी है लेकिन स्थानीय विधायक और राजस्व मंत्री के नरम रुख का खामियाजा स्थानीय जनता को भुगतना पड़ रहा है। एक जागरूक नागरिक का बनाया एक वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।

उन्हीं की जुबानी पढ़िए लोगो की परेशानी…

“ये वीडियो आज सुबह के समय का है। बालको से परसाभांठा, चेकपोस्ट होते हुए कोरबा जायेंगे तो बालको विस्तार प्रोजेक्ट गेट के पास बालको प्रबंधन के द्वारा, हमारे ही चुने हुए स्थानीय नेताओं के खास कर शहर विधायक व नगर निगम महापौर के आशीर्वाद और उनसे सांठ गांठ से सरकारी और वन भूमि में अवैध कब्जा करके बैचिंग प्लांट स्थापित कर लिया गया है, जिसके कारण उक्त मार्ग में प्लांट का कीचड़ और डस्ट सड़क में में ही फैल जाता है, नतीजा आप वीडियो में देख रहे है, रास्ते में धूल और डस्ट के वजह से चलना भी मुश्किल है।

 इस वीडियो में एक हाइवा भी नजर आ रहा है,  इस हाइवा में अवैध रेत भरा हुआ है, इनकी हिम्मत देखिए, बिना तिरपाल ढांके दिन दहाड़े रेत चोरी कर इस प्लांट में आपूर्ति भी हो रहा है। 

बालको से कोरबा जाने वाले हजारों लोग इस रास्ते से आना जाना करते है।

👇👇👇👇👇👇  वीडियो में आपको कई अवैध काम नजर आएंगे। 👇👇👇👇👇👇 

अवैध रेत परिवहन, सरकारी जमीन में कब्जा कर के बनाई गई अवैध बैचिंग प्लांट पर शहर विधायक और शहर के जनप्रतिनिधि मौन वैसे नगर निगम के द्वारा बैगर किसी वैध अनुमति के इस प्लांट को तोड़ने का, कब्जा हटाने पूर्व में पत्र बीच बीच  में देते रहता है, खानापूर्ति तथा 6 करोड़ रुपए जुर्माना भी लगाया गया है पर आज तक ना बालको प्रबंधन ने जुर्माना का पैसा नगर निगम के सरकारी कोष में जमा किया ना उसपर कोई कार्यवाही हुई एक बार तो उक्त स्थान पर ताला बंद कर निगम प्रशासन ने सील भी किया गया था लेकिन पुनः शहर विधायक के आशीर्वाद लेकर चालू करा दिया गया।

 अगर कोई गरीब आदमी अपना और अपने परिवार के पेट पालने के लिए एक छोटा सा ठेला भी लगा लें तो तुरंत नगर निगम के कर्मी ठेला हटाने पहुंच जाते हैं और जुर्माना वसूला जाता है।  

कोरबा विधानसभा  लगातार गर्त में जाते जा रहा है और कुछ चाटूकारों के द्वारा शहर विधायक के पक्षधर बन उनके शान में कसीदे पढ़ते नहीं थकते है।

 क्या उन्हें दिखाई नहीं दे रहा है आम जनता की तकलीफ़े, यहां का वातावरण लगातार राखड़ के वजह से जहरीला होता जा रहा है, संयंत्रों के द्वारा लगातार सरकारी जमीन पर कब्जा किया जा रहा है लेकिन यहां के नेता इनके खिलाफ आवाज नही उठा पा रहे है।

 कारण जो नेता को आप सब ने वोट देकर विधानसभा चुनाव जीताया है और छत्तीसगढ़ के केबिनेट में मंत्री तक बनाया है वह सिर्फ स्वार्थ की राजनीति करते नजर आ रहे हैं उक्त राखड परिवहन का कार्य ठेका वर्ष 2018 से 21,22 तक लगभग विधायक जी के ही परिवार और उनके क़रीब के लोगों के पास रही है।

 बड़े बड़े ठेका भी इनके ही परिवार और परिवार के मित्र फर्म के नाम पर ही चलता आ रहा है। 

बालको की  भोली भाली जनता किस तकलीफ का सामना कर रही है इस बात से शहर विधायक को कोई सरोकार नहीं। 

आज पुरे कोरबा शहर व उपनगरीय क्षेत्र की जनता त्राहि-त्राहि में है सड़क वा राखड, बड़ी बड़ी दैत्य कार ट्रको  हमेशा रोड़ जाम,हर रोज़ सड़क दुघर्टना से त्रस्त है ख़ास कर के कुसमुंडा क्षेत्रों की आम जनता व बालको नगर की आम जनता पीड़ीत है जब इन क्षेत्रों की आम जनता या उनके  घर का कोई सदस्य घर से निकलते हैं तो उनका पुरा परिवार दहशत में रहता है की कहीं कोई अनहोनी ना हो जाए। हर वक्त इन लोगों को डर लगा रहता है।

आखिर कुसमुंडा से सर्वमंगला मंदिर तक सड़क का काम इन तीन वर्षों में अब तक पुरी क्यों नहीं हो सकीं और नहीं करने पर ठेकेदार पर अब तक कार्यवाही क्यों नहीं हो सका। रुके समझे यह कार्य भी हमारे शहर के विधायक व राजस्व मंत्री जी के परिवार व करीब के फर्म का ही है।

अब संया हुए कोतवाल तो डर काहे का ,, 

डर कर तो आप सब को रहना है आखिर अपना अमूल्य वोट देकर आप ने ही चुनाव जिताया है,, तो परेशानी भी और दर्द भी आप हम सब को ही झेलना होगा,, शहर की लगभग सभी सड़कों का हाल यही है जो सड़क का काम दो चार महीने पर्व हुआ भी वह भी गुणवत्ता हीन होने की वजह से अब उखड़ गया है शहर के मुख्य मार्ग की यह दशा कारण सिर्फ ठेकेदारी प्रथा,, भ्रष्टाचार,, शहर के सभी सम्मानित लोगों को शायद यह तो पता ही होगा की जो हाल फिलहाल में जो थोड़े सड़क के काम हुआ भी वह किन किन ठेकेदारों द्वारा किया गया,, वे ठेकेदार किनके चहेते हैं,, 

जब हम एक जनप्रतिनिधि को चुनते हैं तो उसका कर्तव्य होता है अपने क्षेत्र की जनता का मुलभुत जरूरतो का समाधान करना क्षेत्र का विकास करना ,, तनाव मुक्त व परेशानी मुक्त रखना,,

 ##  पर जो खुद ठेका प्रथा का समर्थक हो और जो इस लिए ही राजनीति करने लगे तो उस क्षेत्र की जनता का हाल भी आप या, यह कह सकते हैं कोरबा विधानसभा की तरह ही हो जाता है, ##

अंधेर नगरी चौपट राजा

ऐसे में लोगो का आक्रोश साफ देखा जा सकता है फिलहाल सामने चुनाव है ऐसे में नेताजी को भले दिखावे के लिए ही सही पर सड़क पर उतर लड़ाई लड़ लोगो को राहत दिलाने प्रयास करना चाहिए।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button