सैलजा की मौजूदगी के बावजूद भी बड़ी भीड़ नहीं जुटा पाए कांग्रेसी, पाली तानाखार प्रत्याशी की जयसिंह से दूरी बनी चर्चा का विषय तो वहीं 5 अंक का आंकड़ा भी नहीं छू पाईं भीड़, भीड़ जुटाने की गई थी ये बड़ी जुगत…
कोरबा – सीएम के इंकार के बाद राजस्व मंत्री की लाज बचाने कोरबा में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा तो पहुंच गई लेकिन तय समय में राजस्व मंत्री की भीड़ कार्यक्रम स्थल पर में पहुंच सकी। कांग्रेसियों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि सैलजा के आगमन के दौरान केवल पाली तानाखार, कटघोरा और रामपुर की करीब 3 हजार से अधिक लोग पहुंच पाए थे जबकि कोरबा विधानसभा के करीब 500 लोग ही मौके पर पहुंचे थे। लिहाजा आनन फानन में एक कूपन देकर लोगो को मौके पर बुलाया गया और कूपन के बदले एक तय स्थल पर 200 रुपए और 500 रुपए देने का वादा किया गया था।
हालाकि प्रलोभन के बावजूद भी कुल 4 हजार से अधिक लोग नहीं जुट सके और लेनदेन को लेकर विवाद की ख़बर भी सामने आई।
भीड़ प्रभारी लोगो के मानदेय में कटौती के मूड में थे जिसको लेकर कइयों लोगो ने घंटाघर में जमकर बवाल काटा। सैलजा प्रत्याशियों को लेकर 11 बजे अकेले ही निर्वाचन कार्यालय नाम निर्देशन पत्र जमा कराने पहुंच गई। बाद में आम सभा करने के बाद वो बलरामपुर लौट गई।
फिर जयसिंह बाकी प्रत्याशियों के साथ नामांकन दुबारा जमा करने घंटाघर से कोसाबाड़ी तक पैदल ही चले। इस दौरान भी पाली तानाखार से कांग्रेस प्रत्याशी दिलेश्वरी सिदार अपने हजारों समर्थकों के साथ जयसिंह से अलग पीछे आती दिखी जो शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इससे पहले ही
विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस के कोरबा जिले के चारों विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों ने रिटर्निंग रिटर्निंग ऑफिसर के समक्ष दाखिल किया। नामांकन दाखिले के दौरान प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ,विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ,सांसद ज्योत्सना महंत मौजूद रहे। शक्ति प्रदर्शन के दौरान राजस्व मंत्री से नजदीकी बताने वाले नेताओं की दूरी भी चर्चा का केंद्र बना हुआ है। छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री रहते भीड़ नहीं जुटा पाना ये भी एक रहस्य से कम नहीं,,
हालाकि ये भी सच है कि बिना किसी प्रशासनिक मदद के कोरबा जिले की चारों विधानसभा प्रत्याशीयो की ये 5 हजार लोगो की रैली बड़ी बात थी। वो तब के समय में जब राजस्व मंत्री को लेकर लोगो में जमकर नाराजगी लोगो के दिलों में मौजूद हो