नाराज ड्राइवर ने मिनी बस में लगाई आग, चार कर्मचारियों की मौत

पुणे । महाराष्ट्र के पुणे में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक निजी कंपनी के ड्राइवर ने वेतन कटौती से नाराज होकर मिनी बस में आग लगा दी। इस हादसे में चार कर्मचारियों की जलकर मौत हो गई, जबकि छह अन्य गंभीर रूप से झुलस गए।
यह हादसा 19 मार्च को पुणे के हिंजवाड़ी पुलिस थाना क्षेत्र में हुआ। सुबह 7:30 बजे एक ग्राफिक्स कंपनी की मिनी बस में अचानक आग लग गई। बस में कुल 14 कर्मचारी सवार थे, जिनमें से चार की मौके पर ही मौत हो गई और छह अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। अन्य कर्मचारी बस से कूदकर अपनी जान बचाने में सफल रहे।
मृतकों की पहचान शंकर शिंदे (63), राजन चव्हाण (42), गुरुदास लोकरे (45) और सुभाष भोसले (44) के रूप में हुई है। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। सभी का आईसीयू में इलाज जारी है।
ड्राइवर की साजिश का खुलासा
प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा था, लेकिन बाद में जांच में नया खुलासा हुआ। पुलिस को मिनी बस के ड्राइवर जनार्दन हंबर्डीकर पर संदेह हुआ क्योंकि वह बार-बार बेहोश होने का नाटक कर रहा था और उसके शरीर पर मामूली चोटें थीं।
जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो ड्राइवर ने अपराध कबूल कर लिया। उसने बताया कि कंपनी के कर्मचारियों के दुर्व्यवहार, वेतन कटौती और बोनस न मिलने से वह नाराज था। इससे बदला लेने के लिए उसने मिनी बस में आग लगाने की साजिश रची।
आग कैसे लगाई गई?
आरोपी ड्राइवर ने पहले से ही बेंजीन (ज्वलनशील रसायन) खरीदा था और बस में पोंछा लगाने वाले कपड़े भी रखे थे। जैसे ही मिनी बस हिंजवाड़ी फेज वन इलाके में पहुंची, उसने कपड़े में आग लगाई, जिससे पूरी बस आग की चपेट में आ गई।
पुलिस कार्रवाई
वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक कन्हैया थोराट ने बताया कि यह हादसा नहीं बल्कि जानबूझकर की गई साजिश थी। आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 103 और 109 के तहत मामला दर्ज किया गया है। हालांकि, फिलहाल वह फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।