रोहित शर्मा की टीम में खेलोगे, वादा करके ठग लिए 8 लाख रुपये… कोच पर केस

उत्तर प्रदेश के कानपुर से धोखाधड़ी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां भारतीय क्रिकेट टीम में चयन और सरकारी नौकरी का झांसा देकर एक युवक से 8.10 लाख रुपये की ठगी की गई. पीड़ित की मां की शिकायत पर देहरादून की एक क्रिकेट अकादमी के कोच समेत चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया.
दरअसल हनुमंत विहार क्षेत्र के योगेंद्र विहार निवासी अंशु तिवारी एक मल्टीनेशनल कंपनी में सेल्स प्रतिनिधि हैं. उनका बेटा क्षितिज तिवारी बीते तीन सालों से देहरादून स्थित रामराज क्रिकेट अकादमी में ट्रेनिंग ले रहा था. क्षितिज की मां, सरस तिवारी के मुताबिक अकादमी के कोच आदित्य सिंह जो मुजफ्फरनगर हरिया खेड़ा गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने उनके बेटे को मध्य प्रदेश की अंडर-19 टीम में चयन और भविष्य में भारतीय टीम तक पहुंचाने का लालच दिया और कहा कि तुम रोहित शर्मा की टीम में खेलोगे.
अलग-अलग अकाउंट्स में ट्रांसफर कराए पैसे
आरोप है कि कोच ने क्षितिज से 8.10 लाख रुपये की मांग करते हुए कहा कि चयन के साथ उसे सरकारी नौकरी भी मिलेगी. इसी झांसे में आकर परिवार ने स्टेट बैंक के जरिए 6 जून 2024 को पहली किश्त के रूप में 1.10 लाख रुपये आदित्य सिंह के अकाउंट में ट्रांसफर किए. इसके अगले दिन फिर एक लाख रुपये और ट्रांसफर किए गए. 14 अगस्त को एक लाख रुपये देव सिंह के अकाउंट में और बाकी चार लाख रुपये शिवम और अभयराज के अकाउंट्स में ऑनलाइन ट्रांसफर किए गए.
पैसे की मांग करने पर डराया-धमकाया
हालांकि, कुछ समय बाद जब मध्य प्रदेश अंडर-19 टीम की लिस्ट जारी हुई तो उसमें क्षितिज का नाम नहीं था. जब सरस तिवारी ने पैसे लौटाने की मांग की, तो कोच ने इनकार कर धमकाना शुरू कर दिया. शिकायत मिलने के बावजूद, हनुमंत विहार पुलिस ने पहले कार्रवाई नहीं की. आरोप है कि 19 जनवरी को दर्ज शिकायत के बाद चौकी प्रभारी ने 8 मार्च को धोखे से एक पत्र लिखवा लिया कि सरस कोई कार्रवाई नहीं चाहतीं. फिर पुलिस आयुक्त से गुहार लगाई गई, जिसके बाद मामला दर्ज हुआ. एडीसीपी महेश कुमार ने कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है.