महंगाई के मोर्चे पर आम लोगों को बड़ी राहत, होलसेल इंफ्लेशन में बड़ी गिरावट

आम लोगों को महंगाई के मोर्चे पर बड़ी राहत मिली है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश की थोक महंगाई में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. मंगलवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत की थोक महंगाई मार्च में वार्षिक आधार पर घटकर 2.05 प्रतिशत रह गई, जबकि जनवरी में यह 2.38 प्रतिशत थी. जबकि जानकारों ने थोक महंगाई का अनुमान 2.5 फीसदी का लगाया था. सरकार के अनुसार, मार्च, 2025 में महंगाई में कमी का प्रमुख कारण खाद्य उत्पादों की मैन्युफैक्चरिंग, अन्य मैन्युफैक्चरिंग, फूड प्रोडक्ट्स, बिजली और वस्त्रों के मैन्युफैक्चरिंग आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण है. थोक खाद्य महंगाई पिछले महीने फरवरी के 5.94 फीसदी से घटकर 4.66 फीसदी हो गई. मार्च में प्राथमिक वस्तुओं की महंगाई फरवरी के 2.81 प्रतिशत से घटकर 0.76 प्रतिशत हो गई.
गर्मी ने बढ़ाई महंगाई की चिंता
इस बीच, देश भर में गर्मी की लहरों के बारे में भारतीय मौसम विभाग की चेतावनियों ने महंगाई को लेकर चिंताएं बढ़ाई हैं. बोफा ग्लोबल रिसर्च में भारत और आसियान आर्थिक अनुसंधान के प्रमुख राहुल बाजोरिया ने कहा कि जैसे-जैसे गर्मियों में तापमान में इजाफा होगा वैसे ही सब्जियों और फलों की कीमतों में मौसमी रूप से वृद्धि होने की उम्मीद है. इससे पहले फरवरी में खुदरा महंगाई सात महीने के निचले स्तर 3.61% पर आ गई थी, जो जनवरी में 4.31 फीसदी पर थी. सरकार आज यानी मंगलवार शाम को मार्च की खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी करने वाली है.
महंगाई पर RBI का क्या है अनुमान
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि खाद्य पदार्थों में कमी आने की वजह से महंगाई में कमी आई है और वित्त वर्ष 26 में इसमें और नरमी आने की उम्मीद है, जिससे भारतीय परिवारों को और राहत मिलेगी. RBI की MPC ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए महंगाई के 4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है, जबकि फरवरी की बैठक में 4.2 फीसदी का अनुमान लगाया गया था. वित्त वर्ष 26 की चारों तिमाहियों के लिए, आरबीआई एमपीसी ने अनुमान लगाया है कि पहली तिमाही में महंगाई 3.6 फीसदी, दूसरी तिमाही में 3.9 फीसदी, तीसरी तिमाही में 3.8 फीसदी और चौथी तिमाही में 4.4 फीसदी रहेगी.