नेशनल

पाकिस्तान ने बंद किया एयरस्पेस, अब भारत के पास क्या विकल्प? जानें किन देशों के विमान पाक से होकर निकलते थे, क्या असर पड़ेगा

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है.ृ

 

सऊदी अरब के लिए यह हो सकता है विकल्प

पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र बंद करने से भारत से दूसरे देशों को जाने वाले विमानों को अब दूसरा रास्ता इस्तेमाल करना पड़ेगा, जो लंबा पड़ेगा. सऊदी अरब, यूएई, ओमान और कतर जैसे खाड़ी देशों के लिए पाकिस्तान होकर हवाई रूट छोटा पड़ता है. पाकिस्तान के अपने हवाई क्षेत्र बंद करने के कारण एयर इंडिया, इंडिगो जैसी सभी भारतीय एयरलाइंस को उत्तरी अमेरिका, यूके, यूरोप, और मध्य पूर्व के लिए अपने विमानों को लंबे मार्ग से उड़ान भरनी होगी. इसका मतलब यह है कि विमानों को ज्यादा ईंधन की जरूरत होगी. फ्लाइट के क्रू सदस्यों को अधिक समय तक काम करना पड़ेगा.

 

कोई भारतीय विमान अगर भारत से सऊदी अरब के लिए उड़ता है तो पाकिस्तान के रास्ते कम समय में पहुंच जाता है. पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण अब भारतीय विमान को दूसरे रूट से सऊदी अरब जाना पड़ेगा. यह काफी खर्चीला हो सकता है, क्योंकि विमान को लंबी दूरी करनी पड़ेगी. इसके लिए एक विकल्प यह है कि भारतीय विमान अब मुंबई से अरब सागर होकर सऊदी अरब के लिए उड़ान भरें.

 

अफगानिस्तान के लिए ईरान होकर उड़ान भर सकेंगे

अफगानिस्तान के काबुल से अगर कोई भारतीय विमान दिल्ली आने के लिए उड़ान भरता है तो अब वह भी पाकिस्तान नहीं जाएगा. उस विमान को काबुल से ईरान होकर अरब सागर के ऊपर से होते हुए दिल्ली का रास्ता तय करना पड़ेगा. इससे जाहिर है कि अधिक दूरी की यात्रा करने पर एयरलाइंस के खर्चे तो बढ़ेंगे ही, उड़ानों में लगने वाला समय भी बढ़ जाएगा.

 

जाहिर है कि एयरलाइंस कंपनियां इसका बोझ यात्रियों पर ही डालेंगी. इसी तरह से भारत से यूरोप जाने वाले विमानों को भी अधिक दूरी तय करनी पड़ेगी और उड़ानों की यह दूरी 913 किलोमीटर तक बढ़ जाएगी. ऐसे में यूरोप जाने में लगने वाला समय भी दो घंटे बढ़ेगा.

 

उत्तर भारत से पश्चिमी देशों की उड़ानों पर अधिक असर

विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान द्वारा अपने हवाई क्षेत्र को बंद किए जाने का सबसे ज्यादा असर उत्तर भारत से पश्चिम की ओर खासकर पश्चिमी देशों को जाने वाली उड़ानों पर पड़ेगा. इनमें दिल्ली, जयपुर, लखनऊ, चंडीगढ़ और अमृतसर जैसे कई शहरों से अमेरिका, यूरोप और पश्चिम एशिया को जाने वाली उड़ानें प्रभावित होंगी. यहां से जाने वाली उड़ानों को अब पहले गुजरात या महाराष्ट्र की ओर मुड़ कर अरब सागर के ऊपर से जाना होगा. इसके कारण उड़ानों के समय में 70 से 80 मिनट की बढ़ोतरी होगी.

 

भारत ही नहीं, पाकिस्तान को भी नुकसान

साल 2019 में भारत ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया था, तब भी पाकिस्तान ने अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था. एक अनुमान के मुताबिक उस वक्त भारतीय एयरलाइंस को लगभग 700 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. इसके कारण यात्रियों को महंगे टिकट खरीदने पड़े थे. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, तब पाकिस्तान के प्रतिबंध लगाने से भारतीय एयरलाइंस में सबसे तगड़ा झटका एयर इंडिया को लगा था. हालांकि, भारत के मुकाबले ऐसे प्रतिबंध से खुद पाकिस्तान को अधिक नुकसान होता है. एक अनुमान है कि पाकिस्तान एयरस्पेस बंद होने से पाकिस्तान को पिछली बार करीब 400 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. वैसे ही आर्थिक तंगी झेल रहे पाकिस्तान के लिए यह तगड़ा झटका था.

 

इन एयरलाइंस को होगा नुकसान

एयर इंडिया की कई अंतरराष्ट्रीय लंबी दूरी की उड़ानें पाकिस्तान की हवाई क्षेत्र से होकर गुजरती हैं. एयर इंडिया सब फैसले से ज्यादा प्रभावित होगी. हालांकि, कंपनी अपनी कुछ उड़ानों के लिए वैकल्पिक रूट की घोषणा कर चुकी है. इंडिगो और स्पाइसजेट के साथ ही अन्य निजी एयरलाइंस कंपनियों की मध्य पूर्व और अन्य पश्चिमी देशों की उड़ानों पर असर पड़ेगा. परिचालन लागत बढ़ने के कारण यात्रा पर लोगों को अधिक खर्च करना पड़ेगा.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button