क्या Zomato में सब ठीक चल रहा है? CEO को देनी पड़ रही है बार-बार सफाई!

मुंबई,26 अप्रैल 2025 : ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो एक बार फिर चर्चा में आ गया है. जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने हाल ही में एक आंतरिक व्हिसलब्लोअर द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों को “पूर्ण बकवास” करार देते हुए खारिज कर दिया है. व्हिसलब्लोअर ने Reddit पर एक पोस्ट में दावा किया कि कंपनी आंतरिक संकट से जूझ रही है, जिसमें कर्मचारियों पर दबाव, विषाक्त कार्य संस्कृति और बाजार हिस्सेदारी में गिरावट शामिल है. अब इस मामले में सीईओ दीपिंदर गोयल ने खुद सफाई दी है.
व्हिसलब्लोअर के आरोप
पोस्ट में आरोप लगाया गया कि जोमैटो अपने प्रतिस्पर्धियों, जैसे कि स्विगी और ज़ेप्टो कैफे, के मुकाबले बाजार हिस्सेदारी खो रही है. इसके जवाब में, कर्मचारियों को प्रति माह कम से कम सात ऑर्डर जोमैटो से करने का निर्देश दिया गया, और प्रतिस्पर्धी प्लेटफार्मों से ऑर्डर करने पर प्रतिबंध लगाया गया. इसके अलावा, पोस्ट में पूर्व फूड डिलीवरी प्रमुख राकेश रंजन की अचानक बर्खास्तगी समेत कई दावे शामिल है.
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में Zomato के एक आंतरिक व्हिसलब्लोअर द्वारा कंपनी में गंभीर संकट की आशंका जताई गई, जिसे CEO दीपिंदर गोयल ने “बिलकुल बकवास” करार दिया है. यह विवाद Reddit पर एक पोस्ट के माध्यम से सामने आया, जिसमें Zomato के एक कर्मचारी ने कंपनी की कार्य संस्कृति और प्रतिस्पर्धात्मक स्थिति पर सवाल उठाए.
क्या है मामला?
व्हिसलब्लोअर ने दावा किया कि Zomato अपने प्रतिस्पर्धियों, जैसे Zepto Cafe और Swiggy, के मुकाबले बाजार हिस्सेदारी खो रहा है. इसके जवाब में, कर्मचारियों को Zomato से प्रति माह कम से कम सात ऑर्डर देने के लिए कहा गया, और प्रतिस्पर्धी प्लेटफॉर्म्स से ऑर्डर करने पर प्रतिबंध लगाया गया. इसके अतिरिक्त, पोस्ट में कंपनी की आंतरिक संस्कृति को “विषाक्त” बताया गया और यह आरोप लगाया गया कि फूड डिलीवरी वर्टिकल के पूर्व CEO राकेश रंजन को एक टाउन हॉल मीटिंग के तुरंत बाद हटा दिया गया.
CEO ने दी सफाई
दीपिंदर गोयल ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, “यह सब बकवास है. न तो हम बाजार हिस्सेदारी खो रहे हैं, न ही हम कभी अपने कर्मचारियों को Zomato से ऑर्डर करने के लिए मजबूर करेंगे. हम स्वतंत्रता के अधिकार का दृढ़ता से समर्थन करते हैं.
Zomato ने हाल ही में अपने CEO के वेतन माफ करने और डिजिटल सेवाओं से मजबूत मुनाफा दर्ज करने की घोषणा की है. इसके अलावा, कंपनी ने ₹25,000 करोड़ तक की राशि जुटाने की योजना बनाई है.