KORBA : जिला अस्पताल में डेली वेसेज पर स्टाफ नर्स भर्ती हेतु विज्ञापन सुचना से प्रदेश भर की नर्सिंग स्टाफ ने किया विरोध, अपने आप को अपमानित महसूस कर रहे, शब्दों में हुई बड़ी चूंक
कोरबा – स्व बिसाहू दास महंत स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय कोरबा के कार्यालय से एक विज्ञापन सुचना ने डिग्री होल्डर स्टाफ नर्स को बताया देहाडी मजदूर,, पुरे छत्तीसगढ़ के नर्सिंग स्टाफ में इस तरह के शब्द से अपने आप को अपमानित महसूस किया,,आक्रोश, नर्सो का कहना है कि हमने लगा तार कड़ी मेहनत कर पढ़ाई कर डिग्री हासिल किया है और छत्तीसगढ़ सरकार के एक अहम् विभाग के कार्यालय से इस तरह के शब्दों का उपयोग कर पुरे प्रदेश में इस पेशे से जुड़ी सभी नर्सो को अपमानित किया है। जहां पुरे देश में इन पदों पर पदस्थ स्टाफ नर्स को नर्सिंग आफिसर का दर्जा दिया जाता है ।
और ये वे योद्धा है जो कोवीड के समय सच्चे मन से अपने और अपने परिवार की जान की चिंता किये बगैर आम जनता और पुरे देश की सच्ची सेवा की थी ।
तब तो इस पेशे के लोगों को पुरा देश और हर सरकार यहां तक कि छत्तीसगढ़ सरकार भी सम्मानित करती रही है। उस आपदा के समय भी स्टाफ नर्स की डेली वेसेज पर हर जिले में भर्ती की गई थी तब तो इन्हें बहुत ही सम्मान जनक स्टाफ नर्स और कलेक्टर रेंट पर अस्थाई रूप से भर्ती लिया गया ।
पर आज स्टाफ नर्स की भर्ती के लिए देहाडी मजदूर शब्द से संबोधित करा जा रहा है जो पुरी तरह से अमर्यादित आचरण में आता है। छत्तीसगढ़ सरकार को खासकर स्वास्थ्य मंत्री को इस पर संज्ञान लेते हुए किसी भी स्थिति में ऐसे संबोधित शब्द के उपयोग करने वालो के विरोध नियमों के तहत कार्यवाही करने की जरूरत महसूस होती है।
ऐसे ना होने की स्थिति में ऐसे नर्सिंग स्टाफ जो विपत्ति के समय में देश के लिए अपनी जान दे कर, और अपनी जान की परवाह किए बिना जन सेवा करने वालों को योद्धाओं का मनोबल कमजोर होंगा ऐसे योद्धाओं का तो शासन प्रशासन के तरफ़ से मनोबल बढ़ाने और प्रोत्साहित करने की जरूरत है।