CSK-MI के चेहरे से धोनी-रोहित ने उतारा नकाब, करोड़ों की कमाई पर संकट, एक फैसले ने सब हिला दिया

बेहतर कौन है? एमएस धोनी या चेन्नई सुपर किंग्स? रोहित शर्मा या मुंबई इंडियंस? एक फैसले के बाद इन सारे सवालों के जवाब मिल चुके हैं. CSK और MI के चेहरे पर जो नकाब चढ़ा था, वो धोनी और रोहित के कप्तानी छोड़ने या उससे हटने का फैसले के साथ ही उतर चुका है. नकाब से यहां मतलब IPL में मुंबई और चेन्नई के जीत के सिलसिले से है. दोनों इस लीग की सबसे सफल टीम रही हैं. लेकिन, कप्तानी से धोनी-रोहित क्या हटे उन टीमों का तो दिवाला ही निकलता दिख रहा है. जब से धोनी-रोहित कप्तान नहीं हैं, चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस की जीत में भारी गिरावट दिखी है. तो क्या दोनों टीमों के नए सरदार उतने असरदार नहीं है.
धोनी-रोहित के कप्तानी से हटने के फैसले के बाद
जब से धोनी ने चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी छोड़ी है, तब से पीली जर्सी वाली इस टीम को अपने 68 फीसद मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा है. यानी उसने केवल 42 फीसद मैच ही जीते हैं. इससे भी बुरा रोहित शर्मा के कप्तानी से हटने के बाद मुंबई इंडियंस का हाल है. उसने बस 26 फीसद मुकाबले ही जीते हैं.
नया सरदार क्या नहीं है असरदार?
अब सवाल है कि चेन्नई और मुंबई के नए सरदार यानी कि नए कप्तान क्या कर रहे हैं. धोनी के हटने के बाद चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी की बागडोर ऋतुराज गायकवाड़ संभाल रहे हैं. ऋतुराज की कप्तानी में खेले 19 मुकाबलों में चेन्नई की टीम को 8 में जीत और 11 में हार से दो-चार होना पड़ा है.
मुंबई इंडियंस की बात करें तो रोहित शर्मा के कप्तानी से हटने के बाद उसकी कमान हार्दिक पंड्या के हाथों में हैं. पंड्या की कप्तानी में मुंबई ने अब तक 22 मैच खेले हैं, जिसमें उसने जितने जीते नहीं उससे कहीं ज्यादा हारे हैं. मुंबई इंडियंस ने हार्दिक की कमान में खेले 22 मैचों में सिर्फ 7 जीते हैं और 15 हारे हैं.
करोड़ों की कमाई पर मंडरा रहा संकट
धोनी और रोहित के कप्तानी छोड़ने के फैसले का असर सिर्फ चेन्नई और मुंबई के परफॉर्मेन्स पर ही नहीं हुआ. बल्कि उनकी करोड़ों की कमाई पर भी संकट मंडराता दिख रहा है. IPL मैच जीतने वाली टीम को करोड़ों रुपये मिलते हैं. IPL 2025 में विजेता को मिलने वाली इनामी रकम 20 करोड़ रुपये है. लेकिन, जिस तरह से अभी तक का चेन्नई और मुंबई का खेल दिखा है, उससे इनका विजेता बनना तो दूर, फाइनल या प्ले ऑफ तक पहुंचना भी मुश्किल लग रहा है.