KORBA NEWS: बदहाली संजीवनी एक्सप्रेस की दुर्दशा: कोरबा में आपातकालीन सेवाओं की हालत खराब

कोरबा,13 अप्रैल । छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में आपातकालीन सेवाओं में लगी 108 संजीवनी एक्सप्रेस की हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। मरम्मत के अभाव में एंबुलेंस कंडम होती जा रही है, जिसे शुरू करने के लिए धक्का लगाना पड़ता है। यह स्थिति तब है जब इस सेवा ने कभी खूब सुर्खियां बटोरी थीं।
शुरुआत और वर्तमान स्थिति
डॉ. रमन सिंह के मुख्यमंत्री कार्यकाल में शुरू हुई संजीवनी एक्सप्रेस सेवा ने मरीजों को समय पर इलाज मुहैया कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। लेकिन अब इसकी दशा काफी खराब हो गई है। एंबुलेंस की खराब हालत के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्टीयरिंग रॉड टूटने जैसी घटनाएं आम हो गई हैं, जिससे मरीजों की जान जोखिम में पड़ रही है।
डायल 112 जैसी वैकल्पिक सेवाओं की उपलब्धता के कारण स्वास्थ्य विभाग संजीवनी एक्सप्रेस को लेकर ज्यादा गंभीर नहीं है। यह सेवा धीरे-धीरे बंद होने की कगार पर पहुंच गई है। अगर यही हाल रहा तो जल्द ही यह योजना पूरी तरह से बंद हो सकती है, जिससे मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
पाली क्षेत्र में संजीवनी और महतारी एक्सप्रेस की सेवाओं का बुरा हाल है। बार-बार कॉल करने के बाद भी एंबुलेंस देर से पहुंचती है या कई बार तो नहीं पहुंचती। ऐसी स्थिति में मरीजों की जान जोखिम में पड़ जाती है। हाल ही में एक बच्चे की मौत हो गई, क्योंकि संजीवनी और महतारी एक्सप्रेस समय पर नहीं पहुंची।
संजीवनी एक्सप्रेस की दुर्दशा को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग को तत्काल कदम उठाने की जरूरत है। एंबुलेंस की मरम्मत और रखरखाव पर विशेष ध्यान देना होगा। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग को इस सेवा को बेहतर बनाने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि मरीजों को समय पर इलाज मुहैया कराया जा सके।
संजीवनी एक्सप्रेस की दुर्दशा कोरबा के मरीजों के लिए एक बड़ा संकट है। स्वास्थ्य विभाग को इस सेवा को बेहतर बनाने के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है। अगर ऐसा नहीं होता है, तो यह सेवा जल्द ही बंद हो सकती है, जिससे मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।